आचार्य चाणक्य के ये अनमोल विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उस दौर में थे
चंद्रगुप्त मौर्य को चक्रवर्ती सम्राट बनाने वाले
चाणक्य को भारत का ‘मैकियावली’ कहा जाता है.
उनकी नीतियों व कूटनीतियों ने भारत के इतिहास
को बदलने में अहम भूमिका निभाई है. अर्थशास्त्र और
राजनीति के धुरंधर आचार्य चाणक्य के सिद्धांत आज
भी उतने प्रासंगिक हैं जितने बीते समय में रहे हैं. तो
आइए हम आपको रूबरू करवाते हैं उनके कुछ अदभुत
विचारों से!
1. जीवन अकेले ही जीना पड़ता है
2. भगवान मूर्तियों में नहीं हैं
3. किसी को बिना बताए अपना कार्य करते रहिए
4. शिक्षा को अपना मित्र बनाइये
5. भय को अपने करीब न आने दें
6. मूर्ख व्यक्ति से दूर रहिए
7. अपने शरीर को स्वस्थ्य रखिए
8. महान बनिए
9. कोई भी अनैतिक कार्य करने से पहले अपने परिवार वालों के बारे में सोचिए
10. अपने राज़ खुद तक सीमित रखिए
11. अच्छाई को अपना साथी बनाइये
12. किसी शत्रु से मित्रता तब तक रखिए जब तक...
13. हर मित्रता में स्वार्थ निहित होता है
14. जीवन को समझिए
15. इनको नींद से उठाने से पहले दो बार सोचिए
चाणक्य को भारत का ‘मैकियावली’ कहा जाता है.
उनकी नीतियों व कूटनीतियों ने भारत के इतिहास
को बदलने में अहम भूमिका निभाई है. अर्थशास्त्र और
राजनीति के धुरंधर आचार्य चाणक्य के सिद्धांत आज
भी उतने प्रासंगिक हैं जितने बीते समय में रहे हैं. तो
आइए हम आपको रूबरू करवाते हैं उनके कुछ अदभुत
विचारों से!
1. जीवन अकेले ही जीना पड़ता है
2. भगवान मूर्तियों में नहीं हैं
3. किसी को बिना बताए अपना कार्य करते रहिए
4. शिक्षा को अपना मित्र बनाइये
5. भय को अपने करीब न आने दें
6. मूर्ख व्यक्ति से दूर रहिए
7. अपने शरीर को स्वस्थ्य रखिए
8. महान बनिए
9. कोई भी अनैतिक कार्य करने से पहले अपने परिवार वालों के बारे में सोचिए
10. अपने राज़ खुद तक सीमित रखिए
11. अच्छाई को अपना साथी बनाइये
12. किसी शत्रु से मित्रता तब तक रखिए जब तक...
13. हर मित्रता में स्वार्थ निहित होता है
14. जीवन को समझिए
15. इनको नींद से उठाने से पहले दो बार सोचिए
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